7 जनवरी 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी दी थी कि अगर 20 जनवरी से पहले हमास ने इस्राइली क़ैदियों को रिहा नहीं किया, तो मिडिल ईस्ट को जहन्नुम बना देंगे। उनके इस बयान की तफसील जियो न्यूज और अल-अरबिया उर्दू की वेबसाइट पर देखी जा सकती है।
अल्लाह की क़ुदरत देखिए! जिस दिन यह धमकी दी गई, उसी दिन 7 जनवरी 2025 को कैलिफ़ोर्निया के लॉस एंजेलिस के पास पैसिफिक पालिसेड्स के जंगलों में एक आग भड़क उठी जिसने देखते ही देखते शहर का रुख कर लिया और लाखों घरों और इमारतों को राख में बदल दिया।
अमेरिका, जो खुद को दुनिया की सुपर पावर मानता है, इस क़ुदरती आफत के सामने बेबस हो गया है। आग बुझाने के लिए 12,000 लोगों का अमला, 1100 फायर इंजन, 60 एयरक्राफ्ट्स और 143 पानी के टैंकरों की कोशिशों के बावजूद आग पर क़ाबू नहीं पाया जा सका है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस पर क़ाबू पाने में और कई हफ्ते लग सकते हैं।
14 जनवरी तक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक:
- 40,000 एकड़ क्षेत्र जलकर खाक हो चुका है।
- 25 लोग हलाक हो चुके हैं, कई लोग लापता हैं।
- 12,000 से ज्यादा मकानात और इमारतें तबाह हो चुकी हैं।
- 200,000 से ज्यादा लोग घरों को छोड़ने पर मजबूर हुए हैं।
आने वाले हफ्तों में खराब मौसम की वजह से और भी आबादियों के आग की चपेट में आने का डर है, और एक लाख 66 हजार लोगों को अपने घर खाली करने की चेतावनी दी जा चुकी है।
हॉलीवुड के मशहूर अभिनेता जैसे मार्क हैमिल, मंडी मूर और जेम्स वुड्स भी अपने क़ीमती घरों से महरूम हो चुके हैं और अन्य हजारों लोग महफूज़ स्थानों पर शरण लेने पर मजबूर हैं। उनके आलीशान घर आग में जलकर खंडहर में बदल गए हैं।
जो लोग पहले ही अपना स्थान छोड़ चुके थे, वे अब अपने जलते हुए घरों को टीवी पर देख रहे हैं और कुछ लोग वापस जल चुके मकानों की तरफ जा रहे हैं, जहां से धुआं उठ रहा है।
ऐसे नाज़ुक हालात में लूटपाट भी हो रही है, जिससे प्रभावित इलाकों में रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है।
इस घटना में हमें यह समझने का मौका मिलता है कि अल्लाह की क़ुदरत के सामने दुनिया की ताकतें भी बेबस हैं और यह इंसानियत के लिए ग़ौर-ओ-फिक्र का समय है।