हम रमज़ान कैसे गुज़ारें

Barkati Kashana
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  1. सब से पहले सेहरी में थोड़ा पहले उठ कर तहज्जुद की 4-6-या 8 रिकात पढ़ कर अपने रब से रो-रो कर  दुआ मांगिए, अल्लाह और उसके रसूल की रज़ा मांगिए, जन्नत मांगिए जहन्नम से पनाह और अपने रिज़्क़ और अपने बच्चे- बच्चियों के अच्छे नसीब मांगिए, फिर मुनासिब मिक़दार में सेहरी कीजिए । Roman English Me Padhiye
  2. फज्र की अज़ान और नमाज़ के तकरीबन 30 मिनट के टाइम गैप में तिलावत-ए-क़ुरआन और कल्मऐ तय्यबा और इस्तिग़फ़ार की कसरत कीजिए ।
  3. फज्र की नमाज़ पढ़ कर हो सके तो सूरज उगने तक मस्जिद में ज़िक्र और तिलावत करें और सूरज उगने के बाद इश्राक की 2 रिकात नफ़ल नमाज़ पढ़िए। फिर 2 रिकात चाशत की नफ़ल नमाज़ भी पढ़िए । (चाशत की नमाज़ इश्राक के फौरन बाद और 10-11 बजे, दोनों में से किसी भी टाइम पढ़ सकते हैं)
  4. जितना ज़्यादा हो सके क़ुरआन पाक की तिलावत कीजिए, तिलावत-ए-क़ुरआन को 5 वक़्त की नमाज़ों में तकसीम कर लीजिए, 1 पारे में 20 पेज होते हैं 20*5=4 हर नमाज़ के बाद अगर हम सिर्फ़ 4 पेज पढ़े तो 5 नमाज़ के बाद हम 20 पेज पढ़ कर निहायत आसानी से 1 क़ुरआन मजीद मुकम्मल कर सकते हैं। इसी तरह 8 पेज में 2, और 12 पेज में 3 क़ुरआन मजीद ब आसानी मुकम्मल हो सकती है ।
  5. जब भी खाली वक़्त मिले तो कल्मऐ तय्यबा, दुरूदे पाक और इस्तिग़फ़ार की ख़ूब कसरत कीजिए ख़ास तौर पर अपनी ज़बान को रमज़ान में क़ाबू में रखिए, फ़ुज़ूल बातों से परहेज़ कीजिए ।
  6. असर से मग़रिब के बीच का वक़्त बहुत क़ीमती है, दुआ की क़ुबूलियत का वक़्त है, तिलावत कीजिए और इफ़्तार से पहले अपने रब से गिड़गिड़ा कर अपने गुनाहों की मुआफ़ी मांगिए ।
  7. मग़रिब की नमाज़ के बाद 2 रिकात अव्वाबीन की नफ़ल नमाज़ पढ़िए। इस नमाज़ का बहुत फ़ायदा है ये नमाज़ मग़रिब की सुन्नत और नफ्ल को एक साथ मिला कर 6 रिकात एक साथ या 2 2 कर के अलग-अलग भी पढ़ी जा सकती है ।
  8. तरावीह की नमाज़ के बाद अगर जितना वक़्त मिले उसे घूम-फिर कर बर्बाद करने के बजाये ज़्यादा से ज़्यादा क़ज़ा नमाज़े पढ़ने की कोशिश कीजिए और कज़ा नमाजों के लिए सब से आसान तरीका ये है कि जिस वक़्त की फ़र्ज़ नमाज़ पढ़े उसके बाद उसी वक़्त की पहले कज़ा हुई फ़र्ज़ नमाज़ की कज़ा पढ़ ले ।
  9. हर तरह के गुनाहों से बचिए, जैसे कि किसी की गीबत (पीठ पीछे बुराई करना), झूठ और चुगली से बचिए, गाली और बुरी बातों और झगड़ा करने से बचिए, अपनी बात से किसी का दिल न दुखाएँ, म्यूज़िक से बचिए, अपना टाइम बिना मतलब गेम खेलने, टीवी या फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, व्हाट्सएप में बर्बाद करने से परहेज़ कीजिए, कहीं ऐसा न हो गुनाह करने से हमारा रोज़ा अल्लाह की बरगाह में क़ुबूल न हो और हम दिन भर भूखे प्यासे रह कर रोज़ा क़ुबूल होने की झूठी उम्मीद में पूरा महीना गुज़ार दें

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